BED VS BTC TODAY NEWS: प्रदेश के बी.एड. पाठ्यक्रम में अध्ययनरत गरीब और जरूरतमंद छात्र-छात्राओं के लिए एक सुखद समाचार है क्योंकि सरकारी छात्रवृत्ति और फीस भरपाई का लाभ प्राप्त करने का रास्ता अब खुल गया है। प्रदेश सरकार ने बी.एड. और बी.टी.सी. के छात्र-छात्राओं के लिए सरकारी छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के मामले में इन पाठ्यक्रमों को संचालित करने वाली शिक्षण संस्थाओं की जांच करने के आदेश दिए थे।
पिछले साल अक्तूबर में, अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय जांच कमेटी की गठन हुई थी, लेकिन 16 फरवरी को, एक शासन आदेश के साथ, इस राज्य स्तरीय कमेटी को निरस्त कर दिया गया और उसकी जगह जिलों के मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी की गठन किया गया। इस नई जांच कमेटी में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, और सम्बंधित उप जिलाधिकारी शामिल हैं।
इस जांच कमेटी को अपनी आठ बिन्दुओं पर जांच रिपोर्ट तैयार करके 26 फरवरी तक काम पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। अब, 26 फरवरी तक, समाज कल्याण निदेशालय और शासन को जिलों से मिलने वाली जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि जाएगी, और उसके बाद जांच रिपोर्ट में जो शिक्षण संस्थाएं बी.एड., बी.टी.सी. और अन्य पाठ्यक्रमों में छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के फर्जीवाड़े में शामिल पाई जाएगी, उन्हें बाहर छोड़कर बाकी सभी शिक्षण संस्थाओं के बी.एड. पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं को उनकी छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बी.एड. पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं को प्रथम वर्ष में 51,250 रुपये और द्वितीय वर्ष में 30,000 रुपये की फीस देनी होती है, और हर साल इस पाठ्यक्रम में लगभग 9,000 रुपये की छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है।