बन्नी उसके पीछे दौड़ती है। कबीर ने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।
बन्नी ने उससे दरवाज़ा खोलने और एक बार उसकी बात सुनने की विनती की।
कबीर गुस्से में एक फूलदान को ज़मीन पर तोड़ता है और फिर गुस्से में वायलिन बजाना शुरू कर देता है।
यह भी पढ़ें- Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin