Aadhar Card: आधार कार्ड के बढ़ते चलन के साथ इसके गलत इस्तेमाल का खतरा भी बढ़ गया है। आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल कर लोगों का निजी डाटा चोरी किया जाता है और उनके बैंक खाते भी हैक कर लिए जाते हैं। इसके अलावा कुछ आपराधिक गतिविधियों में भी आधार का इस्तेमाल किया जा रहा है।
साइबर अपराधी दूसरों के आधार पर मोबाइल नंबरों की मदद से कई गलत काम कर रहे हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का दावा है कि आधार उपयोगकर्ता डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन फिर भी आधार का दुरुपयोग होता है।
डेटा सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आधार यूजर्स आधार को लेकर सावधानी बरतें और कुछ बुनियादी सावधानियां बरतें तो कोई भी आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल नहीं कर सकता है। ज्यादातर मामलों में कहा जाता है कि आधार के गलत इस्तेमाल की वजह यूजर्स की लापरवाही है.
आधार कार्ड को सुरक्षित कैसे रखें | How To Keep Aadhar Card Safe?
यदि आप अपने मोबाइल नंबर और ई-मेल को आधार से लिंक रखते हैं, तो आपको तुरंत पता चल जाएगा कि क्या कहीं अनधिकृत रूप से इसका उपयोग किया गया है। आधार वेरिफिकेशन के लिए वन टाइम पासवर्ड यानी ओटीपी की जरूरत होती है। यह आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आता है। बिना ओटीपी के आधार को वेरिफाई नहीं किया जा सकता है। इस तरह आधार के दुरुपयोग से बचा जा सकता है। यह भी पढ़ें – IGNOU Admission: इग्नू में सत्र 2023 के लिए दाखिले शुरू, यह है एडमिशन की अंतिम तारीख
आधार कार्ड कहीं भी। इसके बजाय, मास्क्ड आधार कार्ड की एक फोटोकॉपी दें। मास्क्ड आधार में पूर्णांक नहीं होते हैं। इसमें केवल अंतिम चार अंक होते हैं। इससे दुरुपयोग की कोई संभावना नहीं है क्योंकि आधार सत्यापन पूरा होने के बाद भी पूरा आधार नंबर नहीं दिखाया जाता है।
आधार को सुरक्षित करने का एक तरीका बायोमेट्रिक्स को लॉक करना है। चूंकि बायोमेट्रिक्स लॉक हैं, कोई भी आपकी इच्छा के विरुद्ध आपके अंगूठे, उंगली और आईरिस प्रिंट का उपयोग नहीं कर सकता है। आप यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर बायोमेट्रिक को लॉक कर सकते हैं। बायोमेट्रिक्स लॉक होने के बाद भी ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण जारी रहता है।
वर्चुअल आइडेंटिटी (वीआईडी) में आधार नंबर छिपा होता है। 16 अंकों की वर्चुअल आईडी जनरेट होगी। आपका आधार वर्चुअल आईडी से सत्यापित किया जाएगा। वीआईडी एक निश्चित अवधि के लिए ही वैध होता है। आधार पोर्टल या एम-आधार से वर्चुअल पहचान बनाई जा सकती है।
आधार को सुरक्षित करने का एक तरीका बायोमेट्रिक्स को लॉक करना है।