Long Ke Fayde: लौंग का प्रयोग सदियों से किया जाता रहा है। बदलते मौसम ने रुक-रुक कर होने वाली सर्दी, पेट की समस्या के साथ-साथ संक्रामक रोग, प्यार और खुशियों को मांसाहारियों से दूर कर दिया है। वेलबीइंग न्यूट्रिशन झलेलिया एका में प्रकाशित के अनुसार, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद नहीं हैं, पिंपल्स को कम करने के लिए प्रभावी हैं।
सफल लौंग लीवर की कार्यप्रणाली में सुधार, स्वास्थ्य में सुधार, रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और पाचन में सुधार करने का काम करती है। एंटीऑक्सीडेंट गुण, साथ ही एंटी-वायरल और एनाल्जेसिक गुण। आप लौंग की चाय या फिर लौंग की चाय पीकर भी स्वात को रुकुस अजरम से बचा सकते हैं।

लौंग का काढ़ा पीने के फायदे | Long Ke Fayde
उपापचय –
लौंग पीने का पानी। सुबह के समय लौंग का हल्का हल्का होने से वजन कम होगा और पाचन भी अच्छा रहेगा।
मुंह के छाले –
एंटी-वायरल, एंटी-ऑक्सीडेंट गुण, एंटी-कोल्ड और वायरल संक्रमण को रोकने में मदद करता है। सर्दी के बीच में लौंग को उबालकर एक कप पानी पीने से परेशानी कम हो जाती।
दांत दर्द की थी कमी –
दांतों के बीच में प्यार या काढ़े जैसा तेज दर्द हो रहा था। ऐसा करने से आपका दर्द कम होगा और आपको अच्छा महसूस होगा। लौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो मसूड़ों की सूजन के कारण होते हैं।
प्रतिरोध –
लौंग का अर्क इम्युनिटी के साथ-साथ इम्युनिटी को भी बेहतर बनाता है।
ओ पढ़ें –
पाचन में सुधार
लौंग की रोशनी से पाचन में सुधार होगा, टीकाकरण फायदेमंद है। कब्ज, गैस और अपच से छुटकारा पाने के लिए आप लौंग का काढ़ा ले सकते हैं।
साइनस दर्द –
शाम के दर्द में लौंग को बाकी की मीनारों के साथ लेना चाहिए। इस दकोश को पीने से हमें विज्ञान की गंभीर समस्या होती है। दरअसल, लौंग में यूजेनॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में श्लेष्मा झिल्ली की मदद करता है।
लौंग का काढ़ा बनाने की विधि
एक कप पानी उबाला जाता है।
जब पानी में उबाल आने लगे तो इसमें 5 से 6 लौंग डाल दें।
तब तुम केवल पत्तों को छू सकते हो।
मिश्रण को उबाल कर काट लेना चाहिए।
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(सूचना: यहां दी गई जानकारी सामान्य चिकित्सा जानकारी पर आधारित है। slnews इसकी गारंटी नहीं देता है।)